नमस्कार मैं हूं आपका दोस्त योगी योगी योगेन्द्र जैसा कि आप जानते हैं कि चावल के शीतल एवं शक्तिवद्र्धक होने के कारण दुनियाभर के लोग चावल का उपयोग दैनिक भोजन के रूप में करने लगे हैं। हालांकि चावल मुख्य रूप से बरसाती मौसम की फसल है। चावल बलकारी और पाचक होते हैं। इसके अलावा आयुर्वेद में इससे कई रोगों को समाप्त करने के बारे में बताया गया है। आज हम आपको वही बताएंगे।
दस्त होने पर
चावल पकाने पर पहले इसे उबाल लें। और उबले हुए चावल से जो सफेद रंग का पानी बचता है यह सफेद पानी बच्चों के लिए बहुत ही लाभदायक है। बच्चों को अगर आधा कप और जवानों को हर घंटे के बाद यह पानी पिलाया जाए तो किसी भी प्रकार के दस्त बंद हो जाते हैं। इस पानी में थोड़ा सा नमक मिलाकर यह सुपाच्य हो जाता है। लेकिन इसको छह घंटे से अधिक नहीं रखना चाहिए। वरना यह खराब हो जाएगा। अगर आपको यह स्वाद में थोड़ा अजीब लग रहा है तो आप उबले हुए चावल में सेंधा नमक मिलाकर दही के साथ भी इसका प्रयोग कर सकते हैं।
कब्ज में किस तरह काम करता है
अगर आपको कब्ज हो जाती है तो आप दो चम्मच चावल और चार चम्मच मूंग की दाल की खिचड़ी बनाएं। इस खिचड़ी को खाने से कब्ज काफी हद तक दूर हो जाती है।
गर्भावस्था में महिला को उल्टी होने पर
सौ ग्राम चावल को पांच सौ एमएल पानी में भिगो दें। आधा घंटा बीत जाने के बाद दसमें दस ग्राम धनिया डाल दो। इस मिनट बाद इसे हाथ के द्वारा मथकर छान लें। चार बार में इसे चार हिस्से कर पिलाएं। गर्भवती की उल्टी तुरंत बंद हो जाएगी।
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