.

जीएसटी के बाद अब रेल टिकट सब्सिडी छोड़ने का विकल्प, किराया हो जायेगा इतना महंगा

नमस्कार मैं हूँ आपका दोस्त योगी योगेन्द्र जैसा कि आप जानते है प्रधान नरेन्द्र मोदी जी देश में गरीबी मिटने के लिए देश के लोगों की जेब से सी ही पैसा निकालने में लगे हुए अभी जीएसटी ठीक से शुरू भी नहीं हुआ कि रेल किराये में में मिलने वाली सब्सिडी को भी लोगों से छुडवाने की योजना बना रही है आइये आपको बाटते है की कैसे ये आईडिया सरकार के पास आया और कैसे ये लागु किया जायेगा और इससे किराया कितना महंगा हो जायेगा आज इसी बाते मैं आपको विस्तार से बताऊंगा |



आखिर ये आईडिया कैसे आया
आपको बातादें की ये योजना फरीदाबाद में रहने वाले एक व्यक्ति कृष्ण खेर की दिमाग की उपज है जब वो अपना रेलवे टिकट भारतीय रेलवे की वेबसाइट आईआरसीटीसी से बुक करवा राह था तभी उसने देखा कि टिकट के प्रिंट के कागज पर कुछ लिखा हुआ था तो उसने पढ़ा तो पाया की उस पर लिखा था की सरकार टिकट पर 43 फीसदी सब्सिडी प्रदान कर रही है तो उस भाई ने उस पैसे यानि 950 रूपये का चेक बनाकर सरकार को भेज दिया और उसमे लिखा की वह आर्थिक रूप से सक्षम है उसे ये नहीं चाहिए और सूत्र के अनुसार की अधिकारियों ने इस योजना को लागू करने का फैसला लिया है |

हम छोड़ सकते है रेल सब्सिडी
ऐसा बताया जा रहा है कि जैसे हम पर रसोई गैस की सब्सिडी छोड़ने का कोई दबाव नहीं दिया गया जिसको अपनी मर्जी से छोडनी थी वो छोड़ सकता था इसी तरह रेल सब्सिडी छोड़ने पर भी कोई किसी प्रकार का दबाव नहीं दिया जायेगा माना जा रहा कि ऑनलाइन टिकट बुक करवाते समय यात्री को एक विकल्प मिलेगा जिससे वो सब्सिडी का त्याग करके पूरे किराये का भुगतान कर सकेगा और अगर कोई यात्री काउंटर से टिकट बुक करवाएगा तो उसे फार्म पर एक ऐसा ही विकल्प मिलेगा जिसमे उसे बस टिक मार्क करना होगा और उससे टिकट के पूरे पैसे वसूले जायेंगे इस योजना का नाम गिव अप रखा जायेगा इस योजना की घोषणा रेल मंत्री सुरेश प्रभु एक सप्ताह के बाद कर सकते है |

क्या प्रभाव पड़ेगा सब्सिडी त्याग करने से
अगर आंकड़ो की बात की जाये तो अभी हमें 43 फीसदी रेल सब्सिडी मिलती है है और अगर हम इसे छोड़ते है तो इसी हिसाब से टिकट की राशी वर्तमान किराये से बढ़कर लगभग डेढ़ गुना हो जाएगी यानि अभी जयपुर से दिल्ली का किराया शताब्दी एक्सप्रेस से 1395 से बढ़कर 1934 रूपये हो जायेगा अगर राजधानी की बात की जाये तो प्रथम वातानुकूलित का किराया 1585 से बढ़कर 2266 रूपये हो जायेगा अभी तक रेलवे 35000 करोड़ रूपये की सब्सिडी हर साल देता है जिसकी भरपाई वह माल भाड़े से करता है |

दोस्तों आपको ये जानकारी कैसी लगी कमेन्ट में जरुर लिखे अगर अच्छी लगी हो तो इसे लाइक और शेयर कीजियेगा इसी तरह की पोस्ट पढ़ते रहने के लिए हमसे जुड़ने के लिए आप मुझे फॉलो करे धन्यवाद |


EmoticonEmoticon