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हरे धनिये के इन रामबाण उपायों के बारे में नहीं जानते हैं आप

नमस्कार दोस्तों मैं हूँ योगी योगेन्द्र जैसा की आप जानते हैं कि हरा धनिया अगर किसी भी सब्जी में डाल दिया जाए तो उस सब्जी का स्वाद के साथ साथ उसकी सुगन्ध भी बहुत ही बेहतर हो जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं किधनिया कई रोगों को भी जड़ से समाप्त कर देता है। अगर आप सब्जीमें हरे धनिये की पत्तियों का सेवन करते हैं तो आपको बता दें कि आपके रक्त में होने वाले सभी विकार अपने आप समाप्त हो जाते हैं। धनिया आंखें के लिए भी लाभदायक है। अगर आप इसे दही या रायते में उपयोग करें तो यह उसका स्वाद दोगुना कर देता है। लेकिन आज मैं आपको आयुर्वेदिक चिकित्साअनुसार बताऊंगा कि धानिया किस किस रोग में किस तरह लाभकारी है।

अगर शरीर में जलन होती है
आपको कभी भी अपने शरीर में अगर जलन महसूस होती है तो इसके लिए आप धनिया का उपयोग करें। इसके लिए आप रात में पांच चम्मच धनिया ओर उसके बराबर अच्छी क्वालिटी के चावल दोनों को पानी में भिगो दें और सुबह इन्हें गर्म कर के पिएं और रात को धनियां भिगो दें। इसे आप सुबह के समय मिश्री डालकर पीसकर छानकर भी पी सकते हैं। दोनों ही उपयोग से शरीर की गर्मी और पेट में होने वाली जलन समाप्त हो जाती है।

अगर आपको मूत्र त्यागने पर जलन होती है
कुछ लोगों को मूत्र विसर्जन के समय जलन होती है। तो उनके लिए धनिया रामबाण उपाय हो सकता है। यदि आपको तेज प्यास लगती है पेट शरीर या मूत्र में कहीं भी जलन हो तो आप करीब २० ग्राम धनिये को रात में एक गिलास पानी में भिगो दें। सुबह के समय उसे ठंडाई की तरह पीसें और धागेवाली मिश्री मिलाकर उसे थोडा मीठा करें। इस शीतल पेय को रोजाना खाली पेट पिएं। इस उपयोग से आपकी हार्ट बीट सामान्य हो जाएगी और मूत्र की जलन पूरी तरह समाप्त हो जाएगी।

महिलाओं के लिए भी उपयोगी है धनिया
अगर आप महिला हैं और आपको मासिक धर्म अधिक आता है तो आप लगभग २५ ग्राम धनिये को दो सौ पचास ग्राम पानी में उबालें।इसे तब तक उबालें जब तक यह पानी एक चौथाई न हो जाए। और इसे छानकर मीठा करने के लिए इसमें मिश्री मिलाएं और इसे पी जाएं। अगर आप ऐसा करेंगी तो महावारी में खून का अधिक मात्रा में आना बंद हो जाएगा। और महावरी से जुड़े सभी विकार दूर हो जाएंगे।

स्वपन दोष में बहुत कारगर
अगर आप रात में होने वाले स्वप्न दोष से परेशान हैं तो धनिये को पीसकर इसमें धागे वाली मिश्री मिलाएं ओर ठंडे पानी से सेवन करें। इससे स्वप्र दोष समाप्त होगा। अगर आपके शरीर में उत्तेजना अधिक मात्रा में पैदा होती है तो आप दो से पांच ग्राम सूखा धनिया पीस कर पानी मिलाकर कुछ दिनों तक सेवन करें। इसमें बराबर मात्रा में बूरा या चीनी पीसकर भी मिलाएं। सुबह खाली पेट रात के बासे पानी से एक चम्मच की मात्रा में फंकी ले लें। और करीब एक से डेढ घंटे तक कुछ न खाएं पिएं। आपकी यह समस्या पूरी तरह समाप्त हो जाएगी। इसके अलावा आप धनिये और मिश्री को बराबर पीसकर इसका चूर्ण भी बना लेते हैं ओर इस चूर्ण को कई दिनेां के लिए सुरक्षित भी रख सकते हैं। चूर्ण को आधी चम्मच ताजा पानी से सुबह शाम कुछ दिनों के लिए लें। इस रोग से पूरी तरह मुक्ति मिल जाएगी।

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