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पथरी और उसके दर्द का रामबाण घरेलू उपाय

नमस्कार दोस्तों मैं हूं योगी योगेन्द्र जैसा की आप जानते हैं कि आज के समय में किडऩी में पथरी होना आम बात हो चली है। हालांकि इसकी मुख्य वजह खान पान का बिगड़ जाना ही है जब नमक एवं अन्य खनिज जो हमारे मूत्र में होते हैं वो एक दूसरे के संपर्क में आते हैं या फिर आपका पेशाब किसी भी वजह से गाढ़ा हो जाता है तो किडनी के अंदर छोटी-छोटी पत्थरनुमा कुछ कठोर वस्तुएं बनने लगती हैं। इन्हें ही पथरी कहा जाता है। इनके आकार अलग-अलग होते हैं। कुछ बहुत ही छोटी होती है और कुछ बहुत ही बड़ी होती है। जिन पथरियों का आकार छोटा होता है वह तो मूत्र मार्ग से भी बाहर आ सकती है। लेकिन जिनका बड़ा होता है उनके लिए शल्य चिकित्सा की जरूरत पड़ती है। यह आपको किसी भी उम्र में हो सकती है। इसकेी सबसे बड़ी समस्या यह है कि इसका दर्द बहुत ही असहनीय होता है। आज जो मैं आपको घरेलू उपचार बता रहा हूं उससे दर्द भी और पथरी भी दोनों ही समाप्त हो जाएंगी।


कुलथी की दाल का करें उपयोग
आप बाजार जाकर पंसारी की दुकान से कुलथी की दाल लेकर आएं। इस दाल को करीब चालीस ग्राम दाल चार सौ ग्राम पानी में उबालने के लिए रखें। और तब तक उबालें जब तक कि यह पानी डेढ सो ग्राम न हो जाए। उसके बाद इसे छान लें और इसमें से आधा पानी सुबह खाली पेट और आधा पानी शाम को खाना खाने से एक घंटा पहले पिएं। याद रखें इस पानी को पीने के बाद एक घंटे तक कुछ भी खाएं पिएं नहीं। छान ने के बाद जो दाल बच जाती है उसे खा सकते हैं। इससे आपकी पथरी का दर्द कुछ ही दिनों में खत्म हो जाएगा। और अगर आपकी पथरी दस एमएम से कम की है तो वह धीरे धीरे मूत्र मार्ग से पिस पिस कर बाहर आ जाएगी।
करेला और नारीयल का करें उपयोग
अगर आपको पथरी हो गई है और उसके दर्द से बहुत अधिक परेशान हैं तो आप नारियल पानीलगातार कुछ दिनों तक पिएं। प्रतिदिन नारीयल का पानी पीने से पथरी में काफी फायदा होता है। करेले की बात की जाए तो यह स्वाद में भले हीकड़वा हो लेकिन इस रोग में रामबाण होता है। करेले में मैग्नीशियम और फासफोरस पाए जाते हैं जो किपथरी बनने से रोकते हैं। इसलिए करेले का सेवन अधिक करना चाहिए।
अंगूर और इलायची का उपयोग
अंगूर में एल्ब्यूमिन और सोडियम क्लोराइड बहुत ही कम मात्रा में पाया जाता है। इसलिए अगर आपके गुर्दे में पथरी है तो यह उसके लिए बहुत ही कारगर उपाय है। इसमें पोटेशियम नमक और पानी भरपूर होता है। वैसे अगर आपकी पथरी छोटी है तो वह मूत्र मार्ग से तभी बाहर निकलेगी जब आपको मूत्र बहुत मात्रा में आएगा। अंगूर तो प्राकृतिक रूप से मूत्र वद्र्धक माना जाता है। इलायची का उपयोग करने के अलए आप २० दाने बड़ी इलायची ओर खरबूजे की एक चम्मच गिरी और दो चम्मच मिश्री एक कप पानी में मिलाकर घोल लें। सुबह शाम दो बार पिएं। दस एमएम से छोटी पथरी आसानी से निकल जाएगी।
आंवला प्याज और जामुन भी है कारगर
पथरी हो जाने पर अगर आप पका हुआ जामुन का सेवन रोज करते हैं तो पथरी के दर्द से और इससे निजात दिलाने में जहर बहुत ही कारगर साबित होता है। आंवला का चूर्ण भी पथरी में काफी लाभदायक होता है। अगर आपकी पथरी मूत्राश्य की नली में आ गई है तो फिर आप आंवला का चूर्ण मूलीके साथ खाएं। आपकी समस्या समाप्त हो जाएगी। पथरी को समाप्त करने के लिए प्याज में भी काफी मात्रा में तत्व पाए जाते हैं। इसका उपयोग किडऩी स्टोन से आसानी से आपको छुटकारा दिला सकता है। उपयेाग करने केलिए सौ ग्राम प्याज को पीस कर उसका रस निकालकर पिएं। आप सुबह खाली पेट और शाम को खाना खाने से पहले नियमित सेवन करें। पथरी चूर चूर होकर बाहर निकल जाएगी।
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