.

भारतीय संस्कृति के अनुसार विवाह कितने प्रकार के होते है जानकर चकित रह जायेंगे आप

नमस्कार मैं हूँ आपका दोस्त योगी योगेन्द्र जैसा कि आप सभी जानते कि भारत में तरह तरह के विवाह की रस्म निभाई जाती है इसी यंहा विवाह भी कई प्रकार के होते है इतना ही नहीं बल्कि भारतीय संस्कृति में विवाह केवल शरीर की जरूरतों को पूरा करना ही नहीं अपितु एक धार्मिक संस्कार है इसलिए विभिन्न प्रकार के विवाहों को यंहा आठ अलग अलग प्रकार में बांटा गया है आज मैं उन सभी तरह के विवाह के बारे में आपको बताऊंगा |


ब्रम्हा विवाह

इस तरह की शादी में दोनों पक्ष समान होते है और दोनों की सहमति होती है इसमें कन्या के योग्य वर से पूरे रीती रिवाज से विवाह होता है और दुल्हन को सोने चांदी के आभूषणों से सजाकर दुल्हे के साथ फेरे होने के बाद विदा कर दिया जाता है यानि आजकल जो अरेंज मेरिज होती है वो ब्रम्हा विवाह ही है |


दैव विवाह

इसमें कोई धर्म या धार्मिक सेवा कार्य के बदले में मूल्य के रूप में अपनी लड़की को दान स्वरूप भेंट कर दिया जाता है इसे ही दैव विवाह कहा जाता है |


अर्श विवाह

इसमें दूल्हा पक्ष के लोग दुल्हन पक्ष को उसका मूल्य चुकाकर या यूँ कहे की गौदान के रूप में राशी चुकाकर दोनों की शादी करवादी जाती है इसको अर्श विवाह माना जाता है |


प्रजापत्य विवाह

इस प्रकार के बंधन में लड़की के साथ एक तरह से अन्याय होता है इसके अनुसार दुल्हन की कोई सहमति नहीं ली जाती है और उसकी शादी किसी उच्च कुलीन परिवार या वर्ग के लड़के के साथ कर दी जाती है इसे प्रजापत्य विवाह कहलाता है |


गंधर्व विवाह

कोई भी लड़की किसी भी लड़के के साथ अपने घरवालों की सहमति के बिना ही आपस में बिना किसी रीती रिवाज का पालन किये शादी के बंधन में बंध जाते है ऐसे विवाह को ही गंधर्व विवाह कहते है यानि की लव मैरिज एक प्रकार से इसी का एक रूप है |


असुर विवाह

कोई भी लड़का या उसके घरवाले पैसे देकर किसी भी लड़की को कह्रीद लेते है और दोनों की शादी कर दी जाती है आपने सुना भी होगा की कई जगह पर लड़की को बेचा जाता है इस प्रकार के विवाह को असुर विवाह कहते है |


राक्षस विवाह

इसमें कोई भी बलशाली व्यक्ति किसी भी मनपसंद महिला का जबरदस्ती अगर अपहरण कर लेता है और बिना उस लड़की की सहमती से शादी रचा लेता है ऐसे विवाह को राक्षस विवाह कहा जाता है |


पिशाच विवाह

अगर कोई बेहोशी मदहोशी या गहरी नींद में हो इसके अलावा उसका मानसिक संतुलन ठीक ना हो तो ऐसे में उसकी दुर्बलता का फायदा उठाकर उससे संबध बना लेता है और उससे ब्याह रचा लेता है इसको पिशाच विवाह का नाम दिया है |
दोस्तों ये सभी जानकारी हिन्दू रीती रिवाज के धर्मग्रन्थो से ली गयी है अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे लाइक और शेयर जरुर कीजियेगा इसी तरह की पोस्ट पढ़ते रहने के लिए और हमसे जुड़ने के मुझे फॉलो करे धन्यवाद | |


EmoticonEmoticon