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ज्योतिष के अनुसार 5 प्रकार के स्वभाव की होती है महिलाएं

नमस्कार मैं हूँ आपका दोस्त योगी योगेन्द्र जैसा कि सब जानते है की ज्योतिष में पुरुषों और महिलाओं को उनके स्वाभाव के अनुसार कई वर्गों में बांटा गया है जिनमे महिलाएं मुख्यतः 5 प्रकार की होती है आज हम महिलाओं के इन्ही प्रकारों के बारे में बात करेंगे और उनके स्वभाव और लक्षण की चर्चा करेंगे |

चित्रिणी महिलाएं 
इस प्रकार की महिलाएं पतिव्रता और स्वजनों पर स्नेह करने वाली होती है ये किसी भी कार्य को बड़ी ही जल्दी कर देती है हालाकिं इनमें भोग की इच्छा कम ही होती है लेकिन रोमांस में इनका खूब लगता है ज्यादा मेहनत वाला काम इनसे नहीं हो पाता है फिर भी ये बहुत बुद्धिमान होती है संगीत और चित्रकला इन्हें बहुत ही पसंद होता है ये तीर्थ और साधू संतो की सेवा करने वाली होती है और दिखने में बहुत ही सुंदर होती है इनकी पहचान ये है कि इनका माथा गोलाकार अंग कोमल और आँखे चंचल होती है बाल काले होते है लेकिन इस तरह की लड़कियां बहुत ही कम पाई जाती है और इनकी ओसत आयु 48 वर्ष के आसपास होती है |
 हस्तिनी महिलाएं 
इस जाति की लड़कियों का स्वभाव अक्सर बदलता ही रहता है और इनमे भोग विलास की इच्छा बहुत ही अधिक होती है ये प्राय हंसमुख होती है शरीर से थोड़ी  मोटी होती है और आलसी भी होती है इन्हें अधिक भोजन करना पसंद है इनके गाल नाक कान  और मस्तक का रंग गौरा होता है ये बहुत ही गुस्से वाली होती है कभी कभी इनका स्वभाव बहुत ही ज्यादा क्रूर हो जाता है इनके पैरों की उंगलियाँ टेड़ी मेढ़ी दिखाई देती है इनको कोई रोग नहीं होता फिर भी ये रोगी की तरह बनी रहती है अपने झगड़ालू स्वभाव के कारण ये घर में क्लेश करती है कहने में इन्हें स्वदिस्ठ भोजन अच्छा लगता है धार्मिक कार्यों के प्रति इनकी आस्था नहीं होती है इनकी ओसत आयु 73 वर्ष की होती है 
 शंखिनी महिलाएं 
इस तरह की लड़कियां बाकि से थोड़ी लम्बी होती है इनमे कुछ का शरीर मोटा और कुछ का पतला दोनों तरह का होता है इनकी नाक दिखने में मोटी आखें अस्थिर और आवाज गंभीर होती है ये हमेशा ही नाखुश सी रहती है और बिना किसी कारण के ही गुस्सा करती है इनकी अपने पति से ज्यादा नहीं बनती है और हमेशा ही इनका मन भोग विलास में डूबा रहता है इनमें दया भाव नहीं होता है और इनकी मात्रा दुनियां में अधिक होती है ये भुत ही ज्यादा बोलती है और मौका मिलते ही इधर उधर की चुगली करने लग जाती है इनकी आयु लम्बी होती है लेकिन ये अपने अंत समय में दुःख भोगती है |
 पद्मिनी महिलाएं 
समुद्र शास्त्र के अनुसार इस तरह की स्त्रियाँ सुशील धर्म में यकीन करने वाली माता पिता की सेवा करने वाली और बहुत ही सुंदर होती है इनके शरीर से कमाल की खुशबू आती है ये लम्बे कद और कोमल बालों वाली होती है इनकी बोली भी मीठी होती है ये अपने पति का बहुत ही ख्याल रखती है और इनकी आँखे थोड़ी बड़ी होती है ये सभी मन मोह लेती है इनके कान नाक और हाथ की उंगलियां छोटी होती है गर्दन शंख के समान और हमेशा होठों पर मुस्कान रहती है लाल रंग के वस्त्र इन्हें बहुत ही ज्यादा अच्छे लगते है लेकिन इस तरह की लड़कियां बहुत ही कम ही देखने को मिलती है जिनसे इनकी शादी होती है उन पुरुषों भाग्य बहुत ही अच्छा होता है |
 पुंश्चली महिलाएं 
इस स्वाभाव की महिलाएं का मस्तक चमकीला होता है ये अपनेर परिवार के लिए दुखों का कारण बनती है इनमें लज्जा नहीं होती है और हव भाव से कटाक्ष करने वाली होती है इनका मन अपने पति की जगह पराये मर्दों में ज्यदा लगता है इसलिए ऐसी लड़कियों का कोई भी ज्यादा सम्मान नहीं करता है इस प्रकार स्त्रियों में ये लक्षण इनकी 12 वर्ष की आयु में ही दिखाई देने लग जाते है इनकी आँखे बड़ी और हाथ पैर छोटे होते है स्वर तीखा होता है अगर ये सामान्य बात भी करती है तो ऐसा प्रतीत होता है मनो लड़ाई कर रही हो इनके हाथ में दो शंख रेखाएं व नाक पर टिल होता है |
 ये सभी जानकारी ज्योतिष से ली गयी है अगर अच्छी लगी होती लाइक जरुर कीजिये और इसी तरह की ज्ञानवर्धक पोस्ट पढ़ते रहने के लिए आप मुझे फॉलो करें धन्यवाद् | 


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