.

बाजार में बिक रहे हैं नकली रुद्राक्ष कैसे करें पहचान

नमस्कार मैं हूं आपका दोस्त योगी योगेन्द्र जैसा की आप जानते हैं हिंदु धर्म में रुद्राक्ष को गले में धारणकरने का महत्व बताया गया है । लेकिन जब हम रुद्राक्ष को बाजार में खरीदने जाते हैं तो आज के समय में कुछ खराब लोगों ने पैसा कमाने के लिए नकली रुद्राक्ष बेचना शुरू कर दिया है। ओर धर्म के अनुसार असली रुद्राक्ष को गले में पहनना ही उत्तम बताया गया है । अब ऐसे में सबसे बड़ी समस्या यह है कि हमें रुद्राक्ष की सही पहचान नहीं होती है। क्योंकि असली और नकली रुद्राक्ष दिखने में एक समान होते हैं। तो आज मैं आपको बताऊंगा कि रुद्राक्ष की पहचान आप बखूबी कैसे कर सकते हैं ।


पानी से कीजिये रुद्राक्ष की पहचान
जब भी आप रुद्राक्ष को खरीदने जाएं तो आप इसे पानी में डाल कर देखें। अगर असली रुद्राक्ष होगा तो यह पानी में डूब जाएगा। यह तरीका इसे पहचानने का काफी प्राचीन है। लेकिन शिल्प कला के व्यापारियों ने अब यह पहचान समाप्त कर दी है। अगर आप को यह पहचान पहले से पता थी तो दोस्तों अब इससे रुद्राक्ष की गुणवत्ता को पहचानना मुश्किल हो गया है। क्योंकि शीशम की लकड़ी से बना रुद्राक्ष आसानी से पानी में डूब जाता है । और कच्चा रुद्राक्ष पानी में कभी नहीं डूबता जबकि पका हुआ डूब जाता है । इसलिए इस प्रक्रिया से रुद्राक्ष से कच्चे ओर पक्के होने का पता तो आज भी लगाया जा सकता है लेकिन नकली होने कापता लगाना मुश्किल हो गया है ।
तांबे से करें रुद्राक्ष की पहचान
आज के समय में आप असली रुद्राक्ष की पहचान करने के लिएतांबे का इस्तेमाल कर सकते हैं । आप एक तांबे का छोटा टुकड़ा लेकर रुद्राक्ष के नीचे रख दें । और दूसरा टुकड़ा रुद्राक्ष के ऊपर रख दें अगर ऊपर से एक अंगुली से उसे दबाया जाए तो रुद्राक्ष नाचने लगता है । इसका मतलब यह असली है । पहचान करने का यह तरीका आज भी कारगर है ।


रंगों से पहचाने
रुद्राक्ष को पहचानने के लिए यह माना जाता है कि असली रुद्राक्ष गहरे रंग का होता है । हल्के रंग वाले को ना खरीदें । क्योंकि रुद्राक्ष को छीलने के बाद उस पर रंग चढ़ाया जाता है । बाजार में जो रुद्राक्ष माला के रूप् में हमें मिलता है उसको पीले रंग से रंगा जाता है रंग कम होने के कारण कभी कभी वह हल्का दिखता है । काले ओर बहुत गहरे भूरे रंग के रुद्राक्ष पहले से इस्तेमाल किए हुए होते हैं ऐसे रुद्राक्ष जब किसी ने इस्तेमाल किए होंगे तो ये तेल और पसीने के संपर्क में आए होंगे इसलिए ऐसा हो जाता है ।
रुद्राक्ष को पहचानने के ओर तरीके
रुद्राक्ष की पहचान के लिए उसे सुई से कुरेदें अगर उसमें से रेशे निकलते हैं तो यह असली है । असली की ऊपरी सतह कभी भी एक रूप में नहीं होती है जिस तरह दो आदमियों के फिंगर प्रिंट समान नहीं होते इसी प्रकार इनके ऊपरी हिस्से समान नहीं होते। कुछ असली रुदा्रक्षों पर शिवलिंग त्रिशूल या सांप जैसी आकृति आपको बनी हुई दिख सकती है । मैं कोई चमत्कार नहीं कर रहा हूं यह आकृतियां प्राकृतिक नहीं होती बल्कि कारीगर इस आकृति को बनाकर इसकी असलीयत की पहचान करते हैं । ओर यह इसे पीस कर इसके बुरादे से ही बनाई जाती है । पांच मुखी रुद्राक्ष के चार मुंह को मसाले सेबंद कर एक मुखी कहकर बाजार में बेचा जा रहा है । क्योंकि ऐसा करने से उसकी कीमत काफी बढ़ जाती है । इसलिए आप इसे बहुत ध्यान से देखें ।
आपको यह जानकारी कैसी लगी कमेंट में जरूर लिखें। अगर अच्छी लगी हो तो इसे लाइक ओर शेयर कीजियेगा। इसी तरह की पोस्ट पढ़ते रहने के लिए हमसे जुडऩे के लिए आप मुझे फॉलो करें ।


EmoticonEmoticon